shiv chalisa in hindi Fundamentals Explained
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
।।शिव चालीसा।। आनंद की अनुभूति दिलाने वाले भगवान भोलेनाथ का शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से अपने सारे दुखों को भूला कर शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
कल्याणकारी शिवयोग में मनेगा महाशिवरात्रि का पावन पर्व, जानिए खास बातें
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
अंत में काम, क्रोध मद हारे, हे भोले shiv chalisa lyricsl तुम जीते
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
खुद को राख लपेटे फिरते, औरों को देते धन धाम
रात मेरे सपनो में आया, आ के मुझ को गले लगाया।
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥